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राहत इंदौरी उर्दू शायरी की दुनिया के ऐसे नाम हैं, जिन्होंने अपनी नज़्मों और शेरों से लाखों दिलों को छुआ। उनकी शायरी सिर्फ़ अल्फ़ाज़ का मेल नहीं, बल्कि जज़्बात और एहसास का दरिया है। चाहे मोहब्बत हो, समाज की बात हो, या ज़िंदगी की सच्चाइयाँ, राहत इंदौरी हर जगह अपनी आवाज़ और कलम से अमिट छाप छोड़ते हैं।
उनकी शायरी में शब्द सरल होते हैं, मगर असर गहरा होता है। यही वजह है कि उनके शेर हर उम्र, हर दौर और हर दिल को छू जाते हैं। वे अपने अल्फ़ाज़ से मोहब्बत की मिठास, बिछड़ने का दर्द और इंसानियत का पैग़ाम पेश करते रहे।
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आज भी लोग उनके शेरों को पढ़कर और सुनकर अपने दिल की बात कह पाते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी पहचान है कि राहत इंदौरी शायरी हमेशा ज़िंदा रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करती रहेगी।
राहत इंदौरी की मशहूर शायरी
सबकी नज़र में होना कोई बड़ी बात नहीं, मगर सबकी दुआओं में होना बड़ी बात है।
राहतें ढूंढ रहा हूँ, अब ख़ुदी के सफ़र में, मंज़िलें भी तो शायद मेरे ही घर में हैं।
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कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़, किसी की आँखों में हम भी हक़ीक़त बनें।
मुझसे पहले का सफ़र इतना कठिन था लेकिन, अब तेरी याद का काँटा भी गुलाब हो गया।
ये भी सच है कि मुहब्बत का भरम टूटा है, पर ये झूठ नहीं कि मेरा दिल अब भी तुझ पर है।
हर तरफ़ शोर है लेकिन दिल की आवाज़ कहाँ, अब वही समझेगा जिसे तन्हाई का दर्द मिला।
जो लोग सच कहने की हिम्मत रखते हैं, वही असल में ज़िंदगी का असली स्वाद चखते हैं।
किसी की याद को छुपा लेना आसान नहीं होता, वो जज़्बात दिल में रहकर भी ताज़ा रहते हैं।
कभी ग़ज़ल, कभी नज़्म, कभी शेर में ढल जाता हूँ, तेरी याद में लिखते-लिखते मैं खुद शायरी बन जाता हूँ।
हवा में नाम लहराए तो मोहब्बत होती है, किसी की धड़कनों में बस जाए तो मोहब्बत होती है।
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शायरी की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि इसे पढ़कर या सुनकर हम दूसरों से भी जोड़ पाते हैं। आप इन शेरों को अपने दोस्तों और चाहने वालों के साथ WhatsApp, Facebook, Twitter, Instagram और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर शेयर कर सकते हैं। राहत इंदौरी के अल्फ़ाज़ हर दिल की आवाज़ हैं, और इन्हें साझा करना उनकी याद को ज़िंदा रखना है।