Advertisement
इंतज़ार एक ऐसा एहसास है जो सबसे ज़्यादा खामोश होकर भी सबसे ऊँची आवाज़ में महसूस होता है। जब दिल किसी की आहट का इंतज़ार करता है, तो वक्त थम सा जाता है और हर लम्हा एक सदियों जितना भारी लगने लगता है।
शायरी ने हमेशा से इन अनकहे एहसासों को अल्फाज़ दिए हैं। इंतज़ार पर लिखी गई शायरी दिल को छू जाती है और उस तड़प को बयां करती है जिसे शब्दों में पिरोना हर किसी के बस की बात नहीं।
Advertisement
चाहे वो किसी के लौट आने की उम्मीद हो या किसी खोए लम्हे की चाह, इंतज़ार की शायरी उन अहसासों की कहानी होती है जो हर किसी ने कभी न कभी महसूस की होती है।
आइए, पढ़ते हैं कुछ खास शायरियाँ जो इंतज़ार की गहराई को बेहद खूबसूरती से बयान करती हैं।
इंतज़ार पर 10 बेहतरीन शायरी
वो कह गए थे आने को, अब तक न लौटे हैं,
हमने भी इंतज़ार की रेखा लांघ दी है।Advertisement
इंतज़ार में भी एक सुकून होता है,
कम से कम उम्मीद तो साथ होती है।
हर आहट पर लगता है तू आया है,
ऐ इंतज़ार, तू भी क्या मज़ाक करता है।
न जाने कब से बैठा हूँ उसी मोड़ पर,
जहाँ उसने कहा था “बस थोड़ी देर में आती हूँ।”
तेरा इंतज़ार भी कुछ इस तरह है,
जैसे बारिश के बिना बदली भर आई हो।
इंतज़ार करते-करते ये दिल थक गया,
मगर आँखें अब भी दरवाज़े पर टिकी हैं।
हमने वक़्त से कह दिया अब ठहर जाओ,
जिसके लिए जी रहे हैं, वो आने वाला है।
इंतज़ार की हदें भी कुछ अजीब होती हैं,
कभी किसी अनजाने के लिए भी दिल रो पड़ता है।
आसमान भी पूछ बैठा उस शाम,
किसके लिए हर शाम यूँ तका करते हो?
तेरे वादे पर ऐतबार कर बैठे,
अब उम्र भर तेरा इंतज़ार कर बैठे।
शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर करें
अगर ये शायरी आपके दिल को छू गई है, तो इसे अपने WhatsApp स्टेटस पर लगाइए या Facebook, Twitter, Instagram, Threads, Telegram, Moj, ShareChat और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कीजिए। आपकी एक पोस्ट किसी और के एहसास को जुबान दे सकती है। दोस्तों और चाहने वालों तक ये जज़्बात ज़रूर पहुँचाइए।